
राजेश मालपानी : एक अविस्मरणीय व्यक्तित्व बिना चिट्ठी-संदेश इस जहां से चला गया
थर्ड आई न्यूज उमेश खंडेलीया, धेमाजी “मैं स्वयं भी एक पत्रकार रहा हूं। पत्रकारों की जीवन पद्धति और समस्याओं से वाकिफ भी हूं ।मेरे पिताजी ने हमें शिक्षा दी है कि अपनी आय से समाज की सेवा करने के प्रयास को अपने जीवन में हरदम बनाए रखना। उनके आदेश और भावना को मेरे और मेरे…