असम में भाजपा और सहयोगियों ने किया क्लीन स्वीप, विधानसभा उपचुनाव में सभी पांच सीट जीती
थर्ड आई न्यूज
गुवाहाटी. भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दलों ने राज्य विधानसभा के उपचुनाव की सभी पांच सीट अपने नाम कर ली है. इनमें सबसे महत्वपूर्ण सामागुड़ी सीट थी. इस सीट पर कांग्रेस के हैवीवेट रकीबुल हुसैन 2001 से ही जीतते आ रहे थे. इस बार पार्टी ने उनके बेटे तंजील हुसैन को टिकट थमाया था. वहीं भारतीय जनता पार्टी ने दीप्लू रंजन शर्मा को इस सीट से उतरा था. कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों ही ने इस सीट पर अपनी सारी ताकत झोंक दी थी. अंत में जनता ने विजय का सेहरा भारतीय जनता पार्टी के सिर पर बांधा. अंतिम नतीजे आने के पहले ही लोकसभा सांसद रकीबुल हुसैन ने अपने बेटे की हार स्वीकार कर ली. उन्होंने कहा कि तंजील हुसैन हार गए हैं और यह हिमंत विश्व शर्मा की विजय है. उल्लेखनीय की इस सीट से गत विधानसभा चुनाव जीते रकीबुल हुसैन ने लोकसभा चुनाव में धुबरी से भाग्य आजमाया था और वह वहां से विजयी रहे थे. लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई सीट पर पार्टी में हुसैन के पुत्र तंजील हुसैन को अपना उम्मीदवार बनाया था.
वहीं बोंगाईगांव से असम गण परिषद की दीप्तिमई चौधरी ने कांग्रेस के बृजेनजीत सिंह को भारी मतों से हरा दिया है. यह सीट उनके पति फनी भूषण चौधरी के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई थी.
इसी तरह सिदली (आरक्षित) सीट से भाजपा के सहयोगी दल यू पी पी एल के निर्मल कुमार ब्रह्म ने अपने निकटतम उम्मीदवार बीपीएफ के शुद्ध कुमार बसुमतारी को 37000 से ज्यादा वोटो के मार्जिन से पटखनी दी है. बराक घाटी की धोलाई सीट से भी भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार निहार रंजन दास ने कांग्रेस के ध्रुवज्योति पुरकायस्थ को 9000 से अधिक वोटों से परास्त कर दिया है. यह सीट पार्टी के वरिष्ठ नेता परिमल शुक्ल वैद्य के लोक सभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई थी.
बेहाली सीट पर भी भारतीय जनता पार्टी ने अपना परचम लहराया है. इस सीट पर भाजपा के पूर्व नेता जयंत बोरा ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था. उन्हें भारतीय जनता पार्टी के दिगंत घाटोवाल ने 9051 मतों से शिकस्त दी है. पूर्व विधायक रंजीत दत्त के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई थी.