नॉर्वे के राजदूत ने नगांव में कृषि परियोजनाओं का किया निरीक्षण, किसानों के कौशल की सराहना

थर्ड आई न्यूज

नगांव से जय प्रकाश सिंह

असम कृषि विश्वविद्यालय और विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) के सहयोग से नगांव जिले के तीन विकास खंडों — कठियातोली, पाखिमारिया और रोहा — में संचालित ENACT-ASSAM परियोजनाओं का निरीक्षण करने के लिए नॉर्वे के राजदूत मे-एलिन स्टेनार, काउंसलर लिन सिरी बेंजामिनसेन और विश्व खाद्य कार्यक्रम की भारत प्रमुख एलिजाबेथ फरे नगांव पहुंचे।

प्रतिनिधिमंडल ने सबसे पहले निज कठियातोली ग्राम पंचायत के जलवायु अनुकूल सूचना केंद्र और उसके निकटस्थ कृषि परियोजना स्थलों का दौरा किया। वहां उन्होंने परियोजना से जुड़े किसानों के साथ संवाद कर उनकी कृषि गतिविधियों की जानकारी ली। इसके बाद निज कठियातोली पंचायत सभागार में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भी उन्होंने हिस्सा लिया, जिसमें बाउधान (उपलब्धता के अनुकूल धान) खेती पर चर्चा की गई।

इस कार्यक्रम में असम सरकार के कृषि संचालक डॉ. पि. उदय प्रवीण, असम कृषि विश्वविद्यालय के मंडलीय अनुसंधान केंद्र के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. हिरण्य कुमार बोरा और विश्व खाद्य कार्यक्रम के जलवायु परिवर्तन प्रमुख पेइथानकार भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान राजदूत ने बाउधान की खेती कर रहे मयूर उत्पादक समूह के सदस्यों से बातचीत की और उनके प्रयासों की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

इसके अतिरिक्त, प्रतिनिधिमंडल ने रोहा विकास खंड में ENACT-ASSAM परियोजना के तहत असम कृषि विश्वविद्यालय के सहयोग से संचालित पाही आत्म-सहायता समूह द्वारा वैज्ञानिक विधि से की जा रही मशरूम की खेती का भी अवलोकन किया। उन्होंने महिला कृषकों के कार्य की सराहना करते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया।

उल्लेखनीय है कि ENACT-ASSAM परियोजना नगांव जिले में असम कृषि विश्वविद्यालय और विश्व खाद्य कार्यक्रम के संयुक्त प्रयास से जून 2024 से पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चल रही है।

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