Share Market: शेयर बाजार में बड़ी गिरावट, सेसेंक्स 1200 से ज्यादा अंक गिरा, निफ्टी 24600 के नीचे

थर्ड आई न्यूज

मुंबई I शेयर बाजार में रिकॉर्ड तेजी के एक दिन बाद मंगलवार को बड़ी गिरावट रही। बेंचमार्क सेंसेक्स 1,282 अंक गिर गया। जबकि एनएसई निफ्टी 346.35 अंक या 1.39 प्रतिशत गिरकर 24,578.35 अंक पर आ गया।

भारत-पाकिस्तान में सीजफायर के बीच जारी तनाव और अमेरिका-चीन के बीच हुए समझौतों के बाद शेयर बाजार में गिरावट के साथ बंद हुआ। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1,281.68 अंक या 1.55 प्रतिशत गिरकर 81,148.22 अंक पर बंद हुआ। इसमें से 25 शेयर नुकसान में और पांच शेयर लाभ में बंद हुए। कारोबार के दौरान यह 1,386.21 अंक या 1.68 प्रतिशत गिरकर 81,043.69 अंक पर आ गया।

किसे फायदा-किसे नुकसान?
सेंसेक्स की कंपनियों में इन्फोसिस में सबसे ज्यादा 3.54 फीसदी की गिरावट आई। जबकि पावर ग्रिड में 3.4 फीसदी, इटरनल में 3.38 फीसदी, एचसीएल टेक में 2.94 फीसदी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में 2.88 फीसदी और भारती एयरटेल में 2.74 फीसदी की गिरावट आई। इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एनटीपीसी, मारुति, टाटा मोटर्स और एमएंडएम भी पिछड़ गए। सन फार्मा, अडानी पोर्ट्स, बजाज फाइनेंस, भारतीय स्टेट बैंक और टेक महिंद्रा के शेयरों में लाभ रहा।

क्षेत्रीय सूचकांकों में बीएसई फोकस्ड आईटी में 2.44 प्रतिशत, टेक (2.39 प्रतिशत), आईटी (2.21 प्रतिशत), यूटिलिटीज (1.35 प्रतिशत), पावर (1 प्रतिशत), धातु (0.95 प्रतिशत) तथा तेल एवं गैस (0.95 प्रतिशत) में गिरावट आई। स्वास्थ्य सेवा, औद्योगिक, पूंजीगत सामान, सेवा और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं में लाभ रहा।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा कि सभी क्षेत्रों में मुनाफावसूली देखी गई। इसके चलते आईटी, एफएमसीजी और ऑटो क्षेत्र सबसे ज्यादा नुकसान में रहे। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि सोमवार की तेजी के बाद घरेलू बाजार में मुनाफावसूली देखी गई। व्यापार युद्ध तनाव और भारत-पाक भू-राजनीतिक तनाव में कमी सहित वैश्विक और घरेलू जोखिमों में कमी से राहत-प्रेरित उछाल में राहत मिलती दिख रही है।

इससे पहले सोमवार को भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क सूचकांकों ने आसमान छूए। बाजार की बढ़त को अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध के नरम पड़ने का भी फायदा मिला था। दोनों देश इस समझौते पर पहुंचे हैं कि वे 90 दिनों की शुरुआती अवधि के लिए अपने पहले से घोषित पारस्परिक शुल्क और काउंटर टैरिफ वापस ले लेंगे। इस बीच चीन अमेरिकी वस्तुओं पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाएगा और अमेरिका चीनी वस्तुओं पर लगभग 30 प्रतिशत कर लगाएगा।

एशियाई और अमेरिकी बाजारों का हाल :
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225 सूचकांक और शंघाई का एसएसई कंपोजिट इंडेक्स सकारात्मक दायरे में बंद हुए। जबकि हांगकांग का हैंग सेंग गिरावट के साथ बंद हुआ। यूरोपीय बाजार अधिकतर तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे।

अमेरिकी बाजार में काफी तेजी रही। नैस्डैक कंपोजिट में 4.35 प्रतिशत, एसएंडपी 500 में 3.26 प्रतिशत और डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 2.81 प्रतिशत की तेजी आई। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.32 प्रतिशत बढ़कर 65.17 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने एक दिन की राहत के बाद सोमवार को 1,246.48 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

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