Sensex Closing Bell: शेयर बाजार में फिर बिकवाली लौटी; सेंसेक्स 236 अंक फिसला, निफ्टी 24550 से नीचे बंद हुआ

थर्ड आई न्यूज

नई दिल्ली l घरेलू शेयर बाजार बुधवार को फिर लाल निशान पर बंद हुआ। 30 शेयरों वाला बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन 236.18 (0.28%) अंक कमजोर होकर 81,289.96 पर बंद हुआ। दूसरी ओर, एनएसई निफ्टी 93.10 (0.38%) अंक टूटकर 24,548.70 पर पहुंच गया। एनटीपीसी और एचयूएल जैसे शेयरों में 3% तक की गिरावट दर्ज की गई।

मुद्रास्फीति के आंकड़ों की घोषणा से पहले निवेशकों के सतर्क रुख के कारण प्रमुख सूचकांक रिलायंस इंडस्ट्रीज, एलएंडटी और एचयूएल में बिकवाली दबाव के कारण गुरुवार को शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई। कारोबारियों ने कहा कि इसके अलावा रुपये में कमजोरी और विदेशी पूंजी निकासी से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, “मुद्रास्फीति और आईआईपी आंकड़ों की घोषणा से पहले निवेशकों ने सतर्कता के साथ कारोबार किया और शेयरों में अपने दांव लगातार कम किए। वैश्विक अनिश्चितता, बढ़ते अमेरिकी बांड प्रतिफल से फंड का बहिर्वाह बढ़ रहा है और मध्य पूर्व तथा पश्चिम एशिया में संघर्ष जारी रहने के कारण निवेशकों में विश्वास की कमी है।”

सेंसेक्स की 30 शेयरों वाली प्रमुख कंपनियों में एनटीपीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा मोटर्स, मारुति, लार्सन एंड टूब्रो, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स और भारतीय स्टेट बैंक सबसे ज्यादा गिरावट में रहे।

भारती एयरटेल, इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, अडानी पोर्ट्स और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लाभ में रहीं। रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, “साप्ताहिक समाप्ति के दिन बाजार थोड़ा कमजोर होकर बंद हुआ। मिश्रित संकेतों के बीच बाजार में करीब आधा प्रतिशत की गिरावट आई। बाजार को तेजी के लिए नए उत्प्रेरक का इंतजार है, जबकि आईटी और बैंकिंग जैसे प्रमुख क्षेत्रों में चक्रीय खरीदारी से सुधार की उम्मीदें बनी हुई हैं।”

बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में 1 प्रतिशत की गिरावट आई, तथा मिडकैप सूचकांक में 0.56 प्रतिशत की गिरावट आई। एफएमसीजी (1.15 प्रतिशत), ऊर्जा (1.03 प्रतिशत), औद्योगिक (0.83 प्रतिशत), उपभोक्ता विवेकाधीन (0.81 प्रतिशत), तेल एवं गैस (0.73 प्रतिशत) और ऑटो (0.70 प्रतिशत) में गिरावट रही।

आईटी, यूटिलिटीज, टेक और बीएसई फोकस्ड आईटी में लाभ रहा। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “घरेलू सीपीआई डेटा और कमजोर होते रुपये से पहले बाजार सीमित दायरे में रहा। हालांकि मुद्रास्फीति में गिरावट की उम्मीद है, लेकिन निवेशक सब्जियों की कीमतों पर कड़ी नजर रख रहे हैं, जो भविष्य की ब्याज दरों की दिशा तय करेगी। इस बीच, अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों के उम्मीद के मुताबिक आने के बाद निफ्टी आईटी इंडेक्स नई ऊंचाई पर पहुंच गया, जिससे अगले हफ्ते फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ गई है।”

एशियाई बाजारों में सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग लाभ में रहे। यूरोपीय बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। बुधवार को रात भर के कारोबार में वॉल स्ट्रीट ज़्यादातर बढ़त पर बंद हुआ। गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 4 पैसे की गिरावट के साथ 84.87 (अनंतिम) के सर्वकालिक निम्नतम स्तर पर बंद हुआ।

एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 1,012.24 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.30 प्रतिशत बढ़कर 73.74 डॉलर प्रति बैरल हो गया। बुधवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 16.09 अंक या 0.02 प्रतिशत बढ़कर 81,526.14 अंक पर बंद हुआ था। निफ्टी 31.75 अंक या 0.13 प्रतिशत बढ़कर 24,641.80 अंक पर बंद हुआ था।

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