बयान पर सियासत: ‘उन्हें अपनी मानसिक स्थिरता की जांच कराने को बोलें’, हरदीप पुरी ने राहुल गांधी पर साधा निशाना

थर्ड आई न्यूज
नई दिल्ली l लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर दिए गए बयानों पर सियासत तेज हो गई है। उनके बयान को लेकर कई भाजपा नेताओं ने उन्हें आड़े हाथों लिया है। भाजपा नेता हरदीप पुरी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी को अपनी मानसिक स्थिति पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने राहुल गांधी के किसी बयान का जिक्र किये बिना कहा कि उनसे कहिये वे जाकर अपनी मानसिक स्थिरता की जांच कराएं।
गौरव भाटिया ने राहुल को बताया अपरिपक्व नेता प्रतिपक्ष :
वहीं, भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर उनकी टिप्पणी को लेकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य है कि हमारे पास एक अपरिपक्व नेता प्रतिपक्ष है। भारत एक अधिक जिम्मेदार, वफादार नेता प्रतिपक्ष का हकदार है।
प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए भाटिया ने कहा कि राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता हैं, फिर भी वह कहते हैं कि वह भारतीय राज्य के खिलाफ लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारा दुर्भाग्य है कि हमारे पास एक अपरिपक्व नेता विपक्ष है जो जॉर्ज सोरोस जैसी ताकतें जो हमारे देश की अखंडता के खिलाफ हैं, उनका मार्गदर्शन करता है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के शब्द और कार्य देश की संप्रभुता को चोट पहुंचाते हैं। यह पहली बार नहीं है कि उन्होंने ऐसा किया है। जो ताकतें देश विरोधी हैं, वह उनसे फंडिंग लेते हैं और फिर ऐसे बयान देते हैं। राहुल देश के नेता हैं। आगे उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जो कहा है वह देश के प्रत्येक नागरिक की भावनाओं को दर्शाता है।
नड्डा ने दिया था ये बयान :
इससे पहले, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का उन ताकतों के साथ काम करने का इतिहास रहा है जो कमजोर भारत चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का उन सभी ताकतों को प्रोत्साहित करने का इतिहास रहा है जो कमजोर भारत चाहते हैं। सत्ता के लिए उनके लालच का मतलब देश की अखंडता से समझौता करना और लोगों के विश्वास को धोखा देना है। लेकिन, भारत के लोग बुद्धिमान हैं। उन्होंने फैसला किया है कि वे हमेशा राहुल गांधी और उनकी सड़ी हुई विचारधारा को अस्वीकार करेंगे।
सीतारमण ने भी खोला कांग्रेस नेता के खिलाफ मोर्चा :
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी राहुल गांधी पर हमला बोला है। उन्होंने आश्चर्य जताया कि वे भारतीय संविधान को अपने हाथ में क्यों लेकर घूम रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में सीतारमण ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जिन्होंने संविधान की शपथ ली थी, अब कह रहे हैं कि हम अब भाजपा, आरएसएस और भारतीय राज्य से ही लड़ रहे हैं।
क्या बोले थे राहुल गांधी?
गौरतलब है कि भाजपा नेताओं के ये बयान राहुल गांधी की उस टिप्पणी के बाद आए हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि ऐसा मत सोचिए कि हम निष्पक्ष लड़ाई लड़ रहे हैं। यदि आप मानते हैं कि हम भाजपा और आरएसएस के खिलाफ लड़ रहे हैं। उन्होंने हमारे देश की लगभग हर संस्था पर कब्जा कर लिया है। अब हम केवल भाजपा और आरएसएस से नहीं, बल्कि व्यवस्था से भी लड़ रहे हैं। वे पार्टी के नए मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ का उद्घाटन करते हुए संबोधन दे रहे थे।
चुनाव आयोग पर साधा निशाना :
राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में कुछ गड़बड़ हुई है। हम चुनाव आयोग के काम करने के तरीके से असहज हैं। महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच अचानक लगभग एक करोड़ नए मतदाताओं का सामने आना परेशानी भरा है। चुनाव आयोग का कर्तव्य है कि वह विधानसभा चुनाव में मतदान करने वालों के नाम और पते के साथ मतदाता सूची उपलब्ध कराए। मगर चुनाव आयोग ने यह जानकारी देने से इनकार कर दिया है। चुनाव आयोग मतदाता सूची को पारदर्शी बनाने से क्यों इनकार करेगा? हमें सूची न देने के पीछे उसका क्या उद्देश्य है और वे इसे क्यों रोक रहे हैं? चुनाव में पारदर्शिता प्रदान करना चुनाव आयोग का कर्तव्य है और यह बताना उनकी पवित्र जिम्मेदारी है कि ऐसा क्यों हुआ है?
इस भवन में दिखेगी कांग्रेस की गहराई: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि इस भवन में आप देखेंगे कि कांग्रेस पार्टी ने भारत की आत्मा को कितनी गहराई से प्रभावित किया है। यहां एक समृद्ध इतिहास है। दरअसल हम अक्सर भूल जाते हैं कि अपनी पहचान को समझना बहुत ज़रूरी है। कांग्रेस के सदस्यों के लिए यह जानना जरूरी है कि हम कौन हैं, हमारी परंपरा क्या है, हमारा इतिहास क्या है और हम कहां से आए हैं। भवन के अंदर आपको महात्मा गांधी, सरदार पटेल, जवाहरलाल नेहरू के साथ-साथ अनगिनत कार्यकर्ता, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री दिखेंगे, जिन्होंने हमारे देश के संविधान की सेवा की और तिरंगे को सलामी दी। कांग्रेस पार्टी ने संविधान की नींव पर काम किया है और इस देश की सफलता का निर्माण किया है। यह इमारत इसी का प्रतीक है।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि हमारे पास शिव हैं, हमारे पास बुद्ध हैं, हमारे पास गुरु नानक हैं, हमारे पास कबीर हैं, हमारे पास महात्मा गांधी हैं। ये सभी प्रतीक हैं जिन्होंने इस देश को सही रास्ता दिखाया है। आरएसएस की विचारधारा का एक प्रतीक बताएं जो आज भारत में पूजनीय है। क्या गुरु नानक आरएसएस की विचारधारा से थे? क्या बुद्ध आरएसएस की विचारधारा से थे? क्या कृष्ण भगवान आरएसएस की विचारधारा से थे? एक भी नहीं। क्योंकि इनमें से हर एक व्यक्ति ने समानता और भाईचारे के लिए लड़ाई लड़ी।
आखिरी बात जो मैं कहना चाहूंगा वो ये है कि यह इमारत हमारे कार्यकर्ताओं के खून से, हमारे हर एक नेता के खून से बनी है। इसमें आप सभी शामिल हैं, जो आज कांग्रेस पार्टी के विचार का बचाव कर रहे हैं। इस कमरे में मौजूद हर व्यक्ति कांग्रेस पार्टी के विचारों का बचाव करते हुए गंभीर हमले झेल रहा है। कभी-कभी हम इसे भूल जाते हैं। लेकिन इस कमरे में मौजूद ये लोग व्यवस्थित हमले और अपने जीवन पर हमले का सामना कर रहे हैं क्योंकि वे कांग्रेस पार्टी में हैं और वे भाजपा और आरएसएस के सामने आत्मसमर्पण नहीं कर रहे हैं।